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बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

स्वपरिचय:

 जन्म से ही परिजनों से सीखा 'अथक संघर्ष' तीसरी पीडी भी उसी राह पर!
जब मेरे पिताजी की आयु 10 वर्ष की थी तो दादा नहीं रहे,17 वर्ष की आयु में घर छूट गया. कैसे घर परिवार(2-2)चले? पढ़े 2-MALLB,सरकारी नौकरी पाई(बाबु से अधिकारी बने)सेवामुक्त हुए, पल्लेखाली, न्याय हेतु संघर्षरत रहे!माँ की भूमिका आजभी याद आती है.संघर्ष से जर्जर शरीर ने दुर्घटना से टूटीरीड़ को सम्भलने न दिया.और मई1995 बस यादें रह गयी. वह स्मरणकर आज लिखते आंसू नहीं रुकते.माँ, हमारी प्रथम गुरु,'अनवरतसंघर्ष ही जीवन है'सिखा गई.तभी तो जीवनसंग्राम का आनंद ले पाया हूँ. अपने ही नहीं समाज के लिए भी लड़ने का साहस जुटाया है.बच्चे भी जूझ रहे हैं. तिलक संपादक युगदर्पण-9911111611,9911145678, 9654675533.